21 साल पहले आज ही हाइजैक हुआ था IC-814, मसूद की रिहाई की कीमत चुका रहा है भारत

नई दिल्ली| आज से 21 साल पहले 24 दिसंबर को नेपाल के काठमांडू से उड़ान भरने वाले भारतीय यात्री विमान आईसी-814 को हरकत उल मुजाहिदीन के आतंकियों ने हाइजैक कर लिया था. काठमांडू के त्रिभुवन हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाले इस विमान में कुल 191 लोग सवार थे.

विमान का अगवा करने के बाद आतंकवादी पहले इसे अमृतसर, लाहौर और फिर दुबई ले गए. दुबई में उन्होंने 27 यात्रियों को छोड़ दिया. मीडिया रिपोर्टों की मानें तो इस अगवा संकट का अंत करने के लिए भारत सरकार कमांडो ऑपरेशन चलाना चाहती थी लेकिन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने इसके लिए भारतीय अधिकारियों का सहयोग करने से इंकार कर दिया.

यूएई के बाद आतंकवादी आईसी 814 को लेकर कंधार एयरपोर्ट पहुंचे. आतंकियों ने भारत सरकार से भारतीय जेलों में बंद 35 आतंकियों को छोड़ने और 200 मिलियन अमेरिकी डॉलर की मांग की लेकिन कई दिनों तक चली बातचीत के बाद यात्रियों के बदले तीन आतंकियों मसूद अजहर, उमर शेख और अहमद जरगर को छोड़ने की बात पर सहमति बनी.

31 दिसंबर को तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह इन तीनों आतंकियों को लेकर कंधार पहुंचे और अपहृत विमान के यात्रियों की रिहाई सुनिश्चित की. मसूद अजहर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का संस्थापक है.

यात्रियों के बदले आतंकियों को छोड़े जाने की घटना वाजपेयी सरकार की एक कूटनीतिक विफलता मानी जाती है. कई लोगों का मानना है कि आतंकियों को छोड़कर भारत ने कमजोर मुल्क होने का संदेश दिया. हालांकि, वाजपेयी सरकार ने दावा किया कि उसके पास यात्रियों को सकुशल छुड़ाने के लिए और कोई विकल्प नहीं था.

सरकार नहीं चाहती थी कि निर्दोष नागरिक मारे जाएं. हालांकि, यात्रियों के बदले आतंकियों को छोड़ने का फैसला सरकार का एकतरफा नहीं था. कांग्रेस सहित विपक्ष की सहमति मिलने के बाद आतंकियों को छोड़ने का फैसला लिया गया. आतंकियों के साथ सात दिनों की बातचीत के बाद यात्रियों की रिहाई का रास्ता साफ हो सका.

कंधार हाइजैकिंग की घटना के घाव रह-रह कर उभर जाते हैं. आतंकी मसूद अजहर की रिहाई की कीमत देश को बाद में चुकाना पड़ा. रिहा होने के बाद मसूद अजहर ने भारत को कई घाव दिए हैं.

मसूद के संगठन जैश ए मोहम्मद ने भारतीय संसद, मुंबई हमला, पठानकोट और पुलवामा हमले को अंजाम दिया. भारत के लगातार प्रयासों के बाद संयुक्त राष्ट्र ने अब जाकर मसूद को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया. कंधार हाइजैकिंग घटना की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने की और उसने 10 लोगों को आरोपी बनाया

साभार -टाइम्स नाउ

Related Articles

Latest Articles

बाबा रामदेव को सुप्रीमकोर्ट से झटका, पतंजलि ट्रस्ट को देना होगा 4.5 करोड़ का...

0
शुक्रवार को बाबा रामदेव के पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट को सुप्रीमकोर्ट से झटका लगा. न्यायालय ने अपीलीय न्यायाधिकरण के उस फैसले को बरकरार रखा जिसमें...
अरविन्द केजरीवाल

सीएम केजरीवाल के भोजन और इंसुलिन वाली याचिका पर कोर्ट ने फैसला रखा सुरक्षित,...

0
रीउज ऐवन्यू कोर्ट ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की याचिका पर सुनावाई को लेकर फैसला सुरक्षित रख लिया है. उनके भोजन और इंसुलिन...

लोकसभा चुनाव 2024: उत्तराखंड में 05 बजे तक 53.56 फीसदी मतदान

0
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की पांच सीटों पर मतदान शुरू हो गया है. प्रदेश के 83 लाख से ज्यादा मतदाता 55...

IPL 2024 MI Vs PBSK: रोमांचक मुंकाबले में मुंबई ने पंजाब को 9 रन...

0
पंजाब किंग्स के खिलाफ मुंबई इंडियंस ने जीत हासिल कर ली है. रोमांचक मुंकाबले में मुंबई ने पंजाब को 9 रन से हराया. पंजाब...

दुबई की सड़कों पर भारी बारिश से सैलाब, भारतीय दूतावास की सलाह- जरूरी न...

0
बारिशों और तूफानों के प्रभाव से संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में लोगो को बड़ी मुश्किलें झेलनी पड़ी हैं। इन आपदाओं के चलते यातायात...

हरिद्वार में वोट डालने गए मतदाता ने बूथ केंद्र पर पटकी EVM , हिरासत...

0
हरिद्वार विधानसभा के मतदान केंद्र ज्वालापुर इंटर कॉलेज में एक मतदाता ने ईवीएम मशीन का विरोध किया, पोलिंग बूथ पर रखी मशीन को नीचे...

अमित शाह ने गांधीनगर से भरा नामांकन, बोले-इस बार एनडीए पार करेगी 400 आंकड़ा

0
केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता अमित शाह ने शुक्रवार 19 अप्रैल को गांधीनगर लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. इस दौरान...

उत्तराखंड: युवाओं में दिखा उत्साह, तो बुजुर्गों-दिव्यांगों का हाैसला भी कम नहीं

0
आज के चुनावी महापर्व में, उत्तराखंड के बुजुर्ग मतदाता न केवल अपने जज्बे का प्रदर्शन कर रहे हैं, बल्कि उनका यह उत्साह देखकर दिव्यांग...

टिहरी सीट के इस क्षेत्र में अभी तक नहीं पहुंचा एक भी मतदाता, जानें...

0
टिहरी गढ़वाल सीट के चकराता क्षेत्र में शांति का माहौल है, सुबह से अब तक कोई भी मतदाता मतदान के लिए नहीं पहुंचा है।...

समुद्र मंथन वाले वासुकि नाग के मिले अवशेष, 5 करोड़ साल पुराना इतिहास

0
हिंदू धर्म में शायद ही ऐसा कोई होगा जिसे समुद्र मंथन की कहानी के बारे में पता न हो. समुद्र मंथन के दौरान ही...