ब्रिटेन में पीएम पद की रेस से पेनी मॉर्डंट के दौड़ से हटने के साथ ही ऋषि सुनक ब्रिटेन के भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री के रूप में इतिहास रचेंगे. 42 साल के सुनक ने सोमवार को दिवाली के मौके पर आसानी से जीत दर्ज की.
बता दें कि कंजरवेटिव पार्टी के 357 सांसदों में से आधे से अधिक सांसदों ने सुनक का समर्थन किया. पार्टी का नेता बनने के लिए सुनक को कम से कम 100 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी. वहीं ब्रिटेन का पीएम बनने के साथ ही सुनक किसी भी यूरोपीय देश के पहले हिंदू पीएम भी होंगे.
वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा कि अगर ऐसा होता है, तो मुझे लगता है कि हम सभी को ये स्वीकार करना होगा कि एक अल्पसंख्यक सदस्य को सबसे पावरफुल ऑफिस में ब्रिटिशर्स ने दुनिया में बहुत ही दुर्लभ काम किया है. हम भारतीय ऋषि सुनक की कामयाबी का जश्न मना रहे हैं, आइए ईमानदारी से पूछें: क्या ये यहां हो सकता है?
इससे पहले रविवार को ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद के लिए पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की ओर से दावेदारी से इनकार किए जाने के बाद भारतीय मूल के नेता ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी के नेतृत्व पर काबिज होने की संभावना सोमवार को और ज्यादा प्रबल हो गई थी.