साल भर के भीतर-भीतर विराट कोहली ने टी-20 के बाद टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया. इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले विराट का अचानक रिटायरमेंट लेना भारतीय क्रिकेट के लिए किसी झटके से कम नहीं है. रोहित-अश्विन पहले ही जा चुके हैं. रहाणे-पुजारा टीम से बाहर हैं. शमी-बुमराह की फिटनेस का भगवान ही मालिक है. शायद यही वजह है कि बीसीसीआई लगातार विराट कोहली से संन्यास के फैसले को टालने की अपील कर रहा था.
चलिए आपको वो पांच कारण बताते हैं कि क्यों भारत के लिए 123 टेस्ट में 46.85 की औसत से 30 शतकों की मदद से 9230 रन बनाने वाले कोहली ने संन्यास का ऐलान कर दिया.
1.वनडे वर्ल्ड कप पर फोकस
2008 से अपने इंटरनेशनल करियर और 2011 से टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत करने वाले कोहली टी-20 फॉर्मेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं. अब टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद उनका सारा फोकर 2027 में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप पर होगा.
2.लगातार खराब फॉर्म से जूझ रहे थे
बीते कुछ साल से विराट कोहली के प्रदर्शन में लगातार गिरावट आई थी. पिछले कई महीनों से विराट टेस्ट फॉर्मेट में खराब बल्लेबाजी से जूझ रहे थे. न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज की बात हो या ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी. विराट का टेस्ट में आखिरी शतक 2024 पर्थ में आया था.
3.शारीरिक और मानसिक थकान
कोहली ने 15 साल से ज्यादा समय तक लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है. खास तौर पर टेस्ट क्रिकेट शारीरिक और मानसिक रूप से थका देने वाला होता है, जिसके लिए बेहतरीन फिटनेस और धीरज की जरूरत होती है. फिट रहते हुए सभी फॉर्मेट में संतुलन बनाए रखना शायद उनके लिए काफी मुश्किल रहा है.
4.परिवार और निजी जीवन
बढ़ते परिवार के साथ कोहली लगातार क्रिकेट को छोड़कर निजी समय को प्राथमिकता दे रहे हैं उन्होंने अक्सर मेंटल हेल्थ और वर्क लाइफ बैलेंस पर फोकस किया है. टेस्ट क्रिकेट की थकाऊ यात्रा और प्रतिबद्धता विराट के रिटायरमेंट का एक बड़ा कारण हो सकती है.
5.टीम में आते युवा और बदलती लीडरशिप
भारतीय टीम में शुभमन गिल, यशस्वी जायसवाल सरीखे कई युवा प्लेयर्स धीरे-धीरे पैर जमा चुके हैं. विराट पहले ही कप्तानी छोड़ चुके थे. ऐसे में वह लीडरशिप का भी हिस्सा नहीं थे. ऐसे में नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल से वह नए नई शुरुआत करना चाह रहे हो. विराट को समझ आ चुका है कि जिम्मेदारी सौंपने और अगली पीढ़ी को टीम का भविष्य तय करने देने का यही सही समय है.