भाजपा की लोकसभा सांसद कंगना रनौत ने अपने यू-टर्न ले लिया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपना बयान वापस ले लिया है. उन्होंने वीडियो में कहा कि मैंने कृषि कानूनों के संबंध में अपनी पार्टी के साथ हूं. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं.
कंगना ने वीडियो में कहा कि मैंने हाल में एक सवाल का जबाव देते हुए कहा था कि किसानों को पीएम मोदी से कृषि कानून लागू करने का निवेदन करना चाहिए. मेरी बातों ने बहुत लोगों को निराश किया है.
कंगना ने आगे कहा कि मुझे ध्यान देना होगा कि मैं अब सिर्फ कलाकार ही नहीं हूं. मैं अब भाजपा कार्यकर्ता भी हूं. मेरे विचार अपने नहीं होने चाहिए. मेरे विचारों में पार्टी का स्टैंड होना चाहिए. अगर मैंने किसी को भी अपने शब्दों या फिर सोच से निराश किया है तो मुझे बहुत अधिक खेद है. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं.
अपने लोकसभा क्षेत्र में एक दिन पहले कंगना ने मीडिया से बात की थी. इस दौरान, उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी द्वारा वापस लिए गए तीनों कृषि कानूनों को लागू किया जाना चाहिए. खुद किसानों को इसकी मांग करनी चाहिए. उन्होंने कहा था कि मुझे यह विवादास्पद लगता है. किसान देश के विकास के स्तंभ हैं. मेरी अपील है कि किसान अपने भले के लिए दोबारा कानून की मांग करें
कंगना के बयान के बाद भाजपा ने सफाई दी थी. भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि कंगना की टिप्पणी पार्टी के विचार को नहीं दर्शाती है. वह कंगना के व्यक्तिगत बयान हैं. भाजपा ने रनौत को भाजपा की ओर से कुछ भी कहने के लिए अधिकार नहीं दिए हैं. भाजपा का कृषि बिल के बारे में ऐसा कोई दृष्टिकोण नहीं है.