जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने उपराष्ट्रपति पद को लेकर खुद के नाम की अटकलों को खारिज कर दिया. कटरा में गुरुवार (24 जुलाई) को मीडिया ने जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अफवाहें बहुत चलती हैं. मेरी लोगों से गुजारिश है कि अफवाहें जीरो कर दीजिए. इसके साथ ही उन्होंने जम्मू कश्मीर को जल्द राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग की.
पूर्व सीएम ने कहा कि 370 और स्टेटहुड दोनों अलग-अलग चीजें हैं. यहां के विकास के लिए स्टेटहुड जरूरी है. स्टेटहुड किसी हिंदू या मुसलमान और कश्मीर और गैर कश्मीरी का मसला नहीं है. ये हर पार्टी का है, हर धर्म का है, हर रीजन का है. गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके दौर में तीन राज्यों को दर्जा मिला था. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग आज भी उस दौर को याद करते हैं, जब प्रशासन पारदर्शी था और विकास को प्राथमिकता दी जाती थी.
पूर्व सीएम ने कहा;
जब मैं मिनिस्टर ऑफ स्टेट होम था तो मैंने तीन यूटी को स्टेट के लिए रेकमेंड किया था
लेकिन मैंने अपना ही स्टेट यूटी बनने देखा, ये अनहोनी थी
प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने स्टेटहुड देने की बात कही थी
मुझे पूरा विश्वास है कि वो स्टेटहुड देंगे
लेकिन जितनी जल्दी देंगे उतना अच्छा है
राज्य की मांग कोई नई बात नहीं है- आजाद
गुलाम नबी आज़ाद ने कहा, “हमारे कार्यकाल के दौरान हमने झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ जैसे तीन राज्यों को राज्य का दर्जा दिलवाया था. राज्य की मांग कोई नई बात नहीं है, बल्कि यह लोगों की लोकतांत्रिक और संवैधानिक अपेक्षा है.”
राज्य का दर्जा बहाल होना आत्मसम्मान का प्रतीक- आजाद
इसके आगे उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग आज भी ‘आज़ाद युग’ को याद करते हैं, जब प्रशासनिक कामकाज में स्थिरता और विकास की रफ्तार देखने को मिलती थी. राज्य का दर्जा बहाल होना न सिर्फ संवैधानिक अधिकार है बल्कि जम्मू-कश्मीर की अस्मिता और आत्मसम्मान का भी प्रतीक है.
गुलाम नबी आज़ाद का यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर के लोगों में लंबे समय से राज्य के दर्जे की बहाली को लेकर चिंता बनी हुई है. केंद्र सरकार ने 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटाने के साथ जम्मू-कश्मीर को राज्य से केंद्रशासित प्रदेश में परिवर्तित कर दिया था.
जल्द से जल्द हो विधानसभा चुनाव- आजाद
पूर्व सीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी लोगों की आवाज को लोकतांत्रिक तरीके से उठाती रहेगी. उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह जल्द से जल्द विधानसभा चुनाव कराकर राज्य का दर्जा बहाल करे ताकि जनता अपनी निर्वाचित सरकार चुन सके.