महाराष्ट्र के पूर्व एटीएस अधिकारी महबूब मुजावर ने मालेगांव ब्लास्ट में सनसनीखेज दावा किया है. वह मालेगांव ब्लास्ट के दौरान केस की जांच कर रहे थे. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान उनको मोहन भागवत को उठा लाने का आदेश मिला था. जबकि ना तो चार्जशीट में उनका नाम था, ना ही वह कहीं आरोपी बनाए गए थे.
मुझे उनको फंसाने और अरेस्ट करने का दबाव दिया जा रहा था. मगर, उनको अरेस्ट करने के लिए ये दबाव भगवा या हिंदू आतंकवाद को सही ठहराने के लिए किया जा रहा था. मगर, मैंने आदेश को ठुकरा दिया था.
मुजावर ने आगे बताया कि आदेश ना मानने के जुर्म में मुझे एक झूठे केस में फंसाया भी गया. हालांकि, मैं कोर्ट से बाइज्जत बरी हो गया.