चंडीगढ़| शनिवार को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोपों में घिरे जसबीर सिंह को पंजाब के मोहाली कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने उसकी रिमांड सात दिन बढ़ाने की मांग की थी, लेकिन अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद दो दिन की रिमांड दी.
जसबीर के वकील मोहित धुपर ने एक समाचार एजेंसी से कहा कि लोग एक बार नहीं, बल्कि कई बार पाकिस्तान जाते हैं. लेकिन, इसका मतलब यह नहीं हो जाता है कि वे पाकिस्तान के लिए जासूसी ही कर रहे हैं. कोई व्यक्ति सिर्फ पाकिस्तान घूमने के इरादे से गया और उसे जासूसी की अवधारणा से जोड़ रहे हैं. मुझे लगता है कि यह गलत है.
अधिवक्ता ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या छह बार पाकिस्तान जाना गलत है? लोग कई बार पाकिस्तान जाते हैं. किसी का पाकिस्तान जाना गलत नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे मुवक्किल पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियादी हैं. जल्द ही सभी सच सामने आ जाएंगे.उल्लेखनीय है कि पंजाब के मोहाली के स्टेट ऑपरेशन सेल ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में जसबीर सिंह को गिरफ्तार किया था.
इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पंजाब पुलिस के डीजीपी के अकाउंट से एक पोस्ट भी शेयर किया गया था. इसमें कहा गया था, मोहाली की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) ने खुफिया जानकारी के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए जसबीर सिंह को गिरफ्तार किया, जो पंजाब के रूपनगर के महलान गांव का निवासी है और जसबीर सिंह से जुड़े एक महत्वपूर्ण जासूसी नेटवर्क का पता लगाया गया है.
पोस्ट में कहा गया था, जसबीर सिंह, जो जान महल नाम से यूट्यूब चैनल चलाता है, उसका संबंध आतंक समर्थित जासूसी नेटवर्क के पीआईओ शाकिर उर्फ जुट्ट रंधावा से पाया गया. वह हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (जासूसी के आरोप में गिरफ्तार) और पाकिस्तानी नागरिक और पूर्व पाक उच्चायोग अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के साथ भी संपर्क में था.
पंजाब डीजीपी ने अपने बयान में कहा था कि जांच में पता चला है कि जसबीर ने दानिश के निमंत्रण पर दिल्ली में पाकिस्तान राष्ट्रीय दिवस समारोह में भाग लिया था, जहां उसकी मुलाकात पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों और व्लॉगर्स से हुई. वह 2020, 2021 और 2024 में तीन बार पाकिस्तान यात्रा कर चुका है. उसके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में कई पाकिस्तानी नंबर मिले हैं, जिनकी फोरेंसिक जांच चल रही है.