प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार शाम मालदीव से सीधे तमिलनाडु पहुंचे. रविवार को पीएम मोदी ने गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर में आदि तिरुवथिराई महोत्सव में शिरकत की. इस दौरान पीएम मोदी ने वहां उपस्थित लोगों को भी संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, “एक तरह से राजराजा की ये श्रद्धा भूमि है, उस श्रद्धा भूमि में इलियाराजा ने जिस तहर से शिव भक्ति में हमें डुबो दिया, सावन का महीना हो, राज राजा की श्रद्धा भूमि हो और इलियाराजा की तपस्या हो, कैसा अद्भुत वातावरण, मैं तो काशी की सांसद हूं, जब ओम नमः शिवाय सुनता हूं तो रोंगटे खड़े हो जाते हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, मैं तो काशी का जनप्रतिधि हूं, मेरा मां गंगा से एक आत्मीय जुड़ाव है. पीएम मोदी ने आगे कहा कि, शिव दर्शन की अद्भुत ऊर्जा, इलियाराजा की संगीत, उद्वार का मंत्रोच्चार हकीकत में ये आध्यात्मक अनुभव भाव विभोर कर देता है.. पीएम मोदी ने कहा कि सावन का पवित्र महीने और बृहदेश्वर शिव मंदिर का निर्माण शुरू होने के एक हजार साल का एतिहासिक अवसर, ऐसे अद्भुत समय में मुझे भगवान बृहदेशवर शिव के चरणों में उपस्थित होकर पूजा करने का सौभाग्य मिला है.
पीएम मोदी ने कहा कि मैंने इस ऐतिहासिक मंदिर में 140 करोड़ भारतीयों के कल्याण और भारत की निरंतर प्रगति के लिए प्रार्थना की है. मेरी कामना है कि भगवान शिव का आशीर्वाद सबको मिले. पीएम मोदी ने कहा कि ये भारत के उस सपने की प्रेरणा है जिसे लेकर हम लोग विकसित भारत के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि आज का भारत अपनी सुरक्षा को सर्वोपरि रखता है, अभी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने देखा है कि कोई अगर भारत की सुरक्षा और संप्रभुता पर हमला करता है तो भारत उसे कैसे जवाब देता है. ऑपरेशन सिंदूर ने दिखा दिया है कि भारत के दुश्मनों के लिए आतंकवादियों के लिए अब कोई ठिकाना सुरक्षित नहीं है. पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत में एक नई चेतना जगाई है. आत्मविश्वास पैदा किया है. और दुनिया को भी भारत की शक्ति को स्वीकार करना पड़ रहा है.