कलाई पर क्यों बांधा जाता है कलावा, जानिए इसके नियम-धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व

हिंदू धर्म में कोई भी पूजा पाठ कभी बगैर कलावे के संपन्न नहीं होता. कलावा को रक्षा सूत्र माना जाता है. मान्यता है कि कलावे की सूती डोर में स्वयं भगवान का वास होता है. इसे बांधने से व्यक्ति की तमाम विपत्तियों से रक्षा होती है. इसके अलावा व्यक्ति के अंदर सकारात्मकता आती है और उसके तमाम काम बनने लगते हैं.

लेकिन कलावे को बांधते समय विशेष मंत्रोच्चारण किया जाता है, जिसका सही उच्चारण बहुत जरूरी है. तभी ये प्रभावी होता है. इसके अलावा भी कलावे के कुछ विशेष नियम हैं, जिनके बारे में बहुत से लोग नहीं जानते. यहां जानिए इसके नियम, महत्व और विशेष मंत्र के बारे में.

शास्त्रों में बताया गया है कि कलावा बांधने की शुरुआत माता लक्ष्मी ने की थी. जब भगवान विष्णु ने बामन अवतार में तीन पग धरती नाप ली थी, तो राजा बलि की दानवीरता से प्रसन्न होकर उन्होंने उसे पाताल लोक रहने के लिए दे दिया था. तब राजा बलि ने भगवान विष्णु से प्रार्थना की कि वे भी उनके साथ पाताल लोक में आकर रहें. विष्णु जी ने प्रसन्न होकर उसकी ये प्रार्थना स्वीकार कर ली.

इसके बाद माता लक्ष्मी भगवान विष्णु को वहां से वापस लाने के लिए भेष बदलकर पाताल पहुंची और बालि के सामने रोने लगीं कि मेरा कोई भाई नहीं है. इसके बाद बालि ने कहा आज से मैं आपका भाई हूं. इस पर माता लक्ष्मी ने तब राजा बलि को रक्षा सूत्र के तौर पर कलावा बांधा और उसे अपना भाई बना लिया. इसके बाद उपहार के तौर पर भगवान विष्णु को उनसे मांग लिया. तब से इस कलावे को रक्षा सूत्र के तौर पर बांधा जाने लगा.

तीन बार लपेटा जाता है कलावा
नियम के अनुसार कलावा कलाई पर सिर्फ तीन बार लपेटा जाता है. तीन बार लपेटने भर से व्यक्ति को ब्रह्मा, विष्णु और महेश, त्रिदेव की कृपा प्राप्त हो जाती है. त्रिदेव के आशीर्वाद के साथ ही सरस्वती, लक्ष्मी और पार्वती तीनों देवियों का भी आशीर्वाद मिलता है.

इस मंत्र का करें उच्चारण
आपने देखा होगा कि कोई भी पंडित कलावा बांधते समय एक मंत्र जरूर बोलता है. वो मंत्र है- ‘येन बद्धो बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबलः, तेन त्वां मनुबध्नामि, रक्षंमाचल माचल’. मान्यता है कि इस मंत्र के साथ कलावा बांधने से वो प्रभावी हो जाता है. कलावे को पुरुष और कुंवारी कन्याओं के दाहिने हाथ की कलाई पर और शादीशुदा महिलाओं के बाएं हाथ की कलाई पर बांधना चाहिए. साथ ही कलावा बांधते समय मुट्ठी बंद होनी चाहिए और दूसरा हाथ सिर पर होना चाहिए. महिलाएं अपना सिर किसी दुपट्टे आदि से ढंक सकती हैं.

कितने दिनों में बदलें कलावा
शास्त्रों में बताया गया है कि कलावा को हर अमावस्या पर उतार देना चाहिए और अगले दिन नया बांधना चाहिए. इसके अलावा ग्रहण काल के बाद कलावा बदलना चाहिए क्योंकि सूतक के बाद कलावा अशुद्ध हो जाता है और अपनी शक्ति खो देता है. कलावा उतारने के बाद उसे जल में प्रवाहित करना चाहिए या पीपल के नीचे रख दें. कभी किसी गंदे स्थान पर न फेंकें.

कलावा बांधने का वैज्ञानिक कारण
कलावा बांधने का धार्मिक कारण तो आपने जान लिया लेकिन इसका वैज्ञानिक कारण भी समझना चाहिए. शरीर के ज्यादातर अंगों तक पहुंचने वाली नसें कलाई से होकर गुजरती हैं. ऐसे में कलाई पर कलावा बांधने से नसों की क्रिया नियंत्रित बनी रहती है. शरीर में त्रिदोष यानी वात, पित्त और कफ का संतुलन बनता है, जिससे तमाम रोगों से बचाव होता है.

Related Articles

Latest Articles

राशिफल 29-05-2024: आज इन राशियों को मिलेगा भाग्य का पूरा साथ

0
मेष-: व्यावसायिक सफलता का पूर्ण योग बन रहा है. स्वास्थ्य थोड़ा अभी भी मध्यम है. प्रेम, संतान का साथ है. व्यापार में चार-चांद लगता...

29 मई 2024 पंचांग: जानें आज का शुभ मुहूर्त, कैलेंडर-व्रत और त्यौहार

0
आपके लिए आज का दिन शुभ हो. अगर आज के दिन यानी 29 मई 2024 को कार लेनी हो, स्कूटर लेनी हो, दुकान का...

सीएस राधा रतूड़ी ने राफ्टर्स के लिए मार्केट बनाने और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम पर...

0
राफ्टिंग व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने खारास्रोत पार्किंग तृतीय एवं गंगा नदी में पुट इन पॉइंट ब्रह्मपुरी का...

टेक्नॉलजी की मदद से चारधाम यात्रा का सुव्यवस्थित प्रबन्धन तथा स्थायी समाधान: सीएस रतूड़ी

0
चारधाम यात्रा के साथ ही प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं हेतु एक फूलप्रूफ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की स्थायी व्यवस्था विकसित करने...

उत्तराखंड में कही सता रही गर्मी, कही बारिश से तबाही का मंजर

0
सोमवार को कपकोट के दोपहर के बाद विभिन्न क्षेत्रों में लगभग एक घंटे तक तेज बारिश हुई। इस दौरान भगेड़ी गधेरा उफान पर आ...

दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट में बिभव कुमार को किया गया पेश, आ सकता है...

0
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नज़दीकी सहयोगी बिभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को तीस हजारी कोर्ट में पेश किया। दरअसल, बिभव...

इंटरव्यू में विपक्ष पर भड़के पीएम मोदी, ‘पिछले 24 साल से गालियां खा-खाकर गाली...

0
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के बीच पीएम मोदी ने एक न्यूज एजेंसी को इंटरव्यू दिया. जिसमें उन्होंने हर सवाल का जवाब बेबकी से...

अल्मोड़ा: गहरी खाई में गिरी कार, पति, पत्नी-पुत्री की मौत-बेटा घायल

0
अल्मोड़ा| अल्मोड़ा जिले से बड़े हादसे की खबर सामने आ रही है. स्याल्दे विकासखंड में भिकियासैंण-देघाट सड़क पर चौनिया बैंड के पास एक कार...

चारधाम यात्रा: हेली बुकिंग को लेकर IRCTC अधिकारी बता सोशल मीडिया पर जाल...

0
पुलिस द्वारा फर्जी वेबसाइटों पर कड़ी कार्रवाई करने के बाद, साइबर ठगों ने नया तरीका अपनाया है। अब ये ठग खुद को आईआरसीटीसी का...

आतिशी की बढ़ी मुसीबत, राउज एवेन्यू कोर्ट ने किया तलब-जानिए कारण

0
अरविंद केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी की मुसीबत बढ़ गई है. आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी को मानहानि केस में कोर्ट ने समन...