उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली क्षेत्र में 5 अगस्त को घटित तेज बादल फटने (क्लाउडबर्स्ट) की तबाही में एक समूह—बानासकांठा, गुजरात निवासी 11 तीर्थयात्री—दो दिनों तक सुरक्षाहीन हालत में फंसे रहे। हालाँकि, तीन दिनों के बाद सेना ने कारवाई करते हुए 10 यात्रियों को हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू कर ऋषिकेश तक सुरक्षित पहुँचाया। उनमें से एक तीर्थयात्री ने यात्रा जारी रखने का निर्णय लिया ।
सेना ने मलबा हटाने के लिए भारी मशीनरी, मार्ग बहाल करने के लिए ज़िपलाइन तकनीक, और फंसे लोगों से संपर्क स्थापित करने हेतु सैटेलाइट इंटरनेट व्यवस्था भी लागू की ।इन तीर्थयात्रियों के सुरक्षित लौटने से उनके परिवारों में खुशी की लहर दौड़ गई, जबकि एक यात्री ने अपनी यात्रा को वहीं जारी रखने का साहसिक निर्णय लिया।
यह घटना इस बात का सबूत है कि खतरनाक मौसम और जटिल भौगोलिक परिस्थितियों में भी भारतीय सेना और बचाव दल मानवतापूर्ण मदद के लिए तुरंत तैनात हो सकते हैं।