ताजा हलचल

कर्नाटक में 15 दवाइयों पर प्रतिबंध, टेस्ट में फेल मायसूर निर्मित पैरासिटामोल भी शामिल

कर्नाटक में 15 दवाइयों पर प्रतिबंध, टेस्ट में फेल मायसूर निर्मित पैरासिटामोल भी शामिल

कर्नाटक सरकार ने राज्य की ड्रग्स टेस्टिंग लैब में गुणवत्ता परीक्षण में असफल रहने वाली 15 दवाओं और कॉस्मेटिक उत्पादों को “मानक गुणवत्ता से दूर” घोषित कर बैन कर दिया है। इनमें मायसूर में निर्मित Pomol‑650 (पैरासिटामोल 650 मिलिग्राम) समेत कई प्रमुख इंजेक्शन और टैबलेट्स शामिल हैं।

स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडु राव ने चेतावनी जारी की है कि इन उत्पादों की बेच-खरीद या इस्तेमाल तुरंत बंद करें, अन्यथा यह गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा कर सकते हैं। उन्होंने रसायन सिद्धांतों, डॉक्टरों, अस्पतालों और नर्सिंग होम को निर्देश दिया है कि जो स्टॉक है, उसकी जानकारी ड्रग इंस्पेक्टर या एग्ज़िस्टेंट ड्रग कंट्रोलर को दें ।

सूची में Ringer‑Lactate इंजेक्शन, स्पाइरोफ्लॉक्स‑OZ टैबलेट, पैंटोकोट‑डार कैप्सूल, सोडियम क्लोराइड इंजेक्शन IP 0.9%, कई विटामिन एवं मेटाबोलिक सप्लिमेंट, नशीले सिरप व अन्य शामिल हैं।

डिप्टी ड्रग कंट्रोलर ने सार्वजनिक रूप से आगाह किया है कि इन उत्पादों का किसी भी रूप में उपयोग या स्टॉक रखना, ड्रग एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के उल्लंघन में आता है, और कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।

यह कार्रवाई उस समय की गई है जब पिछले पांच महीनों में राज्य लैबों ने 305 दोषपूर्ण ड्रग बैच की पहचान की है, इसमें जीवन रक्षक इंजेक्शनों सहित कई दवाएं शामिल थीं। सरकार द्वारा गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु सतत निरीक्षण और चेतावनी जारी की जा रही है।

Exit mobile version