2025 में इन 7 बड़े इनकम टैक्स बदलावों से सीधे प्रभावित होंगे आपके पैसे: जानें क्या बदल रहा है

2025 में भारत सरकार ने आयकर कानून में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जो आपके वित्तीय निर्णयों को प्रभावित कर सकते हैं। यहां जानिए उन प्रमुख परिवर्तनों के बारे में:

1.₹12 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं: नई कर व्यवस्था के तहत, अब ₹12 लाख तक की वार्षिक आय पर कोई आयकर नहीं लगेगा। इससे मध्यम वर्ग को राहत मिलेगी।

2.आयकर स्लैब में बदलाव: आयकर स्लैब को सरल और स्पष्ट किया गया है, जिससे करदाताओं को अपनी कर देनदारी समझने में आसानी होगी।

3.₹75,000 का स्टैंडर्ड डिडक्शन: नए कर व्यवस्था में वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए स्टैंडर्ड डिडक्शन को ₹75,000 तक बढ़ाया गया है, जो कर योग्य आय को कम करेगा।

4.TDS और TCS की सीमा में वृद्धि: वरिष्ठ नागरिकों के लिए ब्याज पर TDS की सीमा ₹50,000 से बढ़ाकर ₹1 लाख की गई है, और किराए पर TDS की सीमा ₹2.40 लाख से बढ़ाकर ₹6 लाख की गई है।

5.नई कर व्यवस्था में स्टैंडर्ड डिडक्शन: नई कर व्यवस्था में स्टैंडर्ड डिडक्शन को स्पष्ट रूप से शामिल किया गया है, जिससे करदाताओं को लाभ होगा।

6.कम्युटेड पेंशन पर टैक्स डिडक्शन: अब कम्युटेड पेंशन पर टैक्स डिडक्शन की सुविधा गैर-नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए भी उपलब्ध होगी।

.फेसलेस असेसमेंट की शुरुआत: नई कर व्यवस्था में फेसलेस असेसमेंट की सुविधा शुरू की गई है, जिससे करदाताओं को पारदर्शिता और सुविधा मिलेगी।

ये बदलाव 1 अप्रैल 2026 से प्रभावी होंगे, और इनसे करदाताओं को बेहतर सुविधा और राहत मिलेगी। सरकार का उद्देश्य कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाना है।

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