पंजाब के अमृतसर जिले में जहरीली शराब के सेवन से मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। यह घटना मजीठा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में हुई, जहां अवैध शराब पीने से 13 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य आरोपी भी शामिल है। इसके अतिरिक्त, दो आपूर्तिकर्ताओं को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है, जो जहरीली शराब के निर्माण में शामिल थे।
पुलिस जांच में यह सामने आया है कि मेथनॉल, जो एक जहरीला रासायनिक यौगिक है, को ऑनलाइन मंगवाकर अवैध शराब बनाई गई थी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इस घटना को ‘ठंडे खून से की गई हत्या’ करार दिया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि इस अपराध में राजनीतिक संरक्षण की भूमिका भी सामने आ रही है। राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। इस घटना ने अवैध शराब के कारोबार और प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है।