मदुरै में 22 जून को आयोजित मुरुगन भक्त सम्मेलन में पूर्व तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई और हिंदू मुन्नानी नेता केदेस्वरा सुब्रमण्यम व सेल्वाकुमार के खिलाफ मदुरै अन्नानगर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। एक वकील स. वंजीनाथन की शिकायत पर यह मामला दर्ज किया गया, जिसमें आरोप है कि सम्मेलन में उनके भाषणों से धार्मिक भावनाएँ आहत हुईं और समुदायों के बीच ‘दुश्मनी’ भड़कने का प्रयास हुआ।
शिकायत में स्थानीय अदालत के स्पष्ट निर्देशों का उल्लंघन शामिल है, जिसने राजनीतिक और सांप्रदायिक भाषणों से बाहर रहने की शर्त रखी थी। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं 196(1)(a), 299, 302 व 353(1)(b)(2) के तहत कार्रवाई शुरू की।
सम्मेलन में उपस्थित अन्य प्रमुख वक्ताओं में आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण भी थे, जिन्होंने ‘नकली धर्मनिरपेक्षता’ और ‘आस्थाओं की अवहेलना’ को लेकर विवादास्पद बयान दिए थे । आरोप लगाया गया कि वहां पारित छह प्रस्तावों में हिन्दू वोट बैंक एकजुटता और मंदिरों से राजस्व वसूली बंद करने की मांग की गई थी।
यह पहला मौका नहीं है जब अन्नामलाई पर कानूनी कार्रवाई हुई है—दिसंबर 2024 व अप्रैल 2025 में चुनाव आयोजनों और रैली के दौरान भी उनके खिलाफ मामले दर्ज हुए थे ।