हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर के सेब उत्पादक किसानों में भारी रोष है। केंद्र सरकार द्वारा अमेरिका से ड्यूटी-फ्री सेब आयात की अनुमति देने के फैसले ने देश के सेब उत्पादकों की चिंता बढ़ा दी है। इस फैसले के खिलाफ किसान 9 जुलाई को तीनों राज्यों में संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन करेंगे।
किसानों का कहना है कि पहले ही उत्पादन लागत, मौसम की मार और बाज़ार में गिरते दामों ने उनकी कमर तोड़ दी है, अब ड्यूटी-फ्री अमेरिकी सेबों के आयात से घरेलू बाजार और भी प्रभावित होगा। किसान संगठनों का आरोप है कि सरकार घरेलू बागवानी उद्योग की अनदेखी कर रही है और विदेशी कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है।
सेब उत्पादकों का मानना है कि इससे छोटे और मध्यम किसान सबसे अधिक प्रभावित होंगे। प्रदर्शन के तहत सड़कों पर उतरकर धरने-प्रदर्शन, रैलियों और ज्ञापन सौंपने की योजनाएं बनाई गई हैं।
किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि केंद्र सरकार ने यह फैसला वापस नहीं लिया, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। सेब उत्पादक राज्यों की जनता और राजनीतिक दल भी इस मुद्दे पर सरकार से स्पष्ट नीति की मांग कर रहे हैं।