प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए बीएड नहीं डीएलएड जरूरी, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद फिर बढ़ी मांग

प्रदेश के प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए अब बीएड नहीं केवल डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) वाले ही मान्य होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने 11 अगस्त को राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) की याचिका पर ये फैसला सुनाया है।एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस इंस्टीट्यूट ने मांग की कि राज्य सरकार निजी बीएड कॉलेजों में भी डीएलएड की पढ़ाई शुरू करने को हरी झंडी दे, ताकि डीएलएड की मांग बढ़ने के मद्देनजर युवा दूसरे राज्यों को पलायन न करें।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि प्राइमरी शिक्षक बनने के लिए डीएलएड उपाधि प्राप्त उम्मीदवार ही मान्य होंगे, बीएडधारक नहीं। बताया, राजस्थान हाईकोर्ट के एक निर्णय के खिलाफ एनसीटीई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिस पर यह आदेश आया है। कहा, सुप्रीम कोर्ट ने नीतिगत फैसला दिया है। उत्तराखंड के नजरिए से देखें तो राज्य में 13 जिलों में कुल 13 डायट में डीएलएड कोर्स चल रहा है, जिसमें हर साल केवल 650 छात्रों को ही दाखिला मिलता है।

वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए अगर एनसीटीई में डीएलएड कोर्स निजी कॉलेजों में संचालन के विशेष प्रयास किए जाएं तो राहत संभव है। नहीं तो नई शिक्षा नीति के तहत एनसीटीई अब दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स के लिए नए आवेदन नहीं मांग रहा है।

मुख्य समाचार

राशिफल 30-09-2025: क्या कहते है आपके सितारे, जानिए

मेष (Aries)चंद्रमा धनु राशि में आपके साहस और उत्साह...

युवाओं के बीच पहुंचे सीएम धामी, परीक्षा प्रकरण में सीबीआई जांच की संस्तुति

देहरादून| सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने परेड...

हरिद्वार में प्रेमी ने मिड-वीडियो कॉल पर की खुदकुशी, मंगेतर के सामने हुआ दर्दनाक हादसा

उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में...

Topics

More

    राशिफल 30-09-2025: क्या कहते है आपके सितारे, जानिए

    मेष (Aries)चंद्रमा धनु राशि में आपके साहस और उत्साह...

    भारत-भूटान रेल कनेक्टिविटी का प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी 

    भारत-भूटान रेल कनेक्टिविटी के प्रोजेक्ट को मंजूरी मिल चुकी...

    Related Articles