12 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एयर मार्शल ए.के. भारती ने रामचरितमानस का एक प्रसिद्ध शेर उद्धृत किया:
“विनय न मानत जलधि जड़, गए तीन दिन बीती।
बोले राम सकोप तब, भय बिनु होइ न प्रीति।”
इस शेर का अर्थ है कि यदि विनम्रता से बात नहीं मानी जाती, तो क्रोध के साथ कार्रवाई करनी पड़ती है। एयर मार्शल ने इसे पाकिस्तान के प्रति भारत की दृढ़ नीति के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “समझदार के लिए इशारा ही काफी है।”
यह बयान पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों को समर्थन देने और संघर्ष विराम उल्लंघन के बाद की स्थिति में भारत की ओर से स्पष्ट और निर्णायक संदेश था। एयर मार्शल ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें चीनी मिसाइल और पाकिस्तानी ड्रोन भी शामिल थे।
इस उद्धरण ने भारत की नीति को स्पष्ट किया कि शांति की इच्छा तभी तक है जब तक प्रतिकूलता का सामना न करना पड़े। यदि शांति की कोशिशें विफल होती हैं, तो मजबूरी में कठोर कदम उठाने पड़ते हैं।