पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा पंजाब के फिरोज़पुर सेक्टर में सीमा पार करने के बाद बीएसएफ जवान पुर्नम कुमार शॉ की गिरफ्तारी के मामले में एक नया मोड़ आया है। गर्भवती पत्नी रजनी शॉ, उनका बेटा और तीन अन्य परिजन पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिषड़ा से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे हैं। वह फिरोज़पुर स्थित बीएसएफ मुख्यालय जाकर अधिकारियों से अपने पति की रिहाई के प्रयासों के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं।
रजनी ने बताया कि उन्होंने पहले ट्रेन से फिरोज़पुर जाने की योजना बनाई थी, लेकिन लंबी यात्रा के कारण फ्लाइट से यात्रा करने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा, “बीएसएफ अधिकारी मुझे बार-बार चिंता न करने को कह रहे हैं, लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिल रही है। मैं बहुत चिंतित हूं, इसलिए मैंने यात्रा करने का निर्णय लिया।”
बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि जवान पुर्नम कुमार शॉ, जो 182वीं बटालियन में तैनात हैं, 23 अप्रैल को किसानों के एक समूह के साथ सीमा पर गश्त कर रहे थे। वह एक पेड़ के नीचे विश्राम करने के लिए गए और अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए, जहां उन्हें रेंजर्स ने पकड़ लिया।
परिवार ने केंद्रीय सरकार से अपील की है कि वे उनके बेटे की सुरक्षित वापसी के लिए आवश्यक कदम उठाएं। रजनी ने कहा, “अगर मुझे बीएसएफ अधिकारियों से संतोषजनक जानकारी नहीं मिलती, तो मैं दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री कार्यालय से मिलकर मदद की गुहार करूंगी।”
इस घटना के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है, और परिवार को अपने प्रियजन की सुरक्षित वापसी की उम्मीद है।