एक पूर्व बजरंग दल सदस्य की हत्या के बाद आयोजित की गई एक श्रद्धांजलि सभा अब विवादों में घिर गई है। इस मामले में एक आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) नेता के खिलाफ कथित रूप से ‘बदले की भावना’ से सभा आयोजित करने को लेकर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। यह सभा उस बजरंग दल कार्यकर्ता की याद में आयोजित की गई थी, जिसकी हाल ही में हत्या कर दी गई थी।
स्थानीय पुलिस के अनुसार, सभा के दौरान दिए गए भाषणों और नारों में कथित रूप से उकसावे और प्रतिशोध की भावना झलक रही थी। इसके बाद ही सामाजिक सौहार्द को खतरा पहुँचाने की आशंका जताते हुए मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित आरएसएस नेता के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने धारा 153A (धर्म या जाति के आधार पर नफरत फैलाने) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। जांच जारी है और सभा में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है।
यह घटना फिर से इस बात की ओर इशारा करती है कि सार्वजनिक मंचों पर दिए जाने वाले बयान कितने संवेदनशील हो सकते हैं, खासकर जब वे सामाजिक सौहार्द को प्रभावित कर सकते हैं।