उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में हाल ही में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे लगभग 70 परिवारों के घर और दुकानें खतरे में आ गए हैं। इस आपदा के बाद, प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करने के लिए राहत शिविरों की व्यवस्था की है।
स्थानीय प्रशासन के अनुसार, भूस्खलन के कारण नंदानगर के कई घरों और दुकानों में दरारें आ गई हैं, जिससे संरचनाओं की स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव और कीचड़ के कारण आवागमन भी प्रभावित हुआ है।
प्रशासन ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया है। इसके अतिरिक्त, प्रभावित परिवारों के लिए अस्थायी आश्रय, भोजन और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
स्थानीय निवासी इस आपदा से गहरे सदमे में हैं और उन्होंने प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि भूस्खलन की घटनाएं क्षेत्र में पहले भी हो चुकी हैं, लेकिन इस बार की घटना सबसे गंभीर है।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द पुनर्वासित किया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए स्थायी उपाय किए जाएंगे।