उत्तरी प्रदेश ATS द्वारा धर्मांतरण रैकेट के प्रमुख कथित सरगना जलालुद्दीन उर्फ़ छांगुर बाबा ने आज अपनी सफ़ाई पेश की है। मेडिकल जांच के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “मैं निर्दोष हूँ और मुझे कुछ मालूम नहीं”।
पुलिस और ED की संयुक्त जांच में सामने आया कि विदेशी देशों से 40 से ज़्यादा बैंक खातों में श्री बाबा के नाम पर लगभग ₹500 करोड़ से अधिक का फंड ट्रांसफ़र हुआ, जिनमें से कई ट्रांज़ैक्शन दुबई, शारजाह और पाकिस्तान से किये गये थे। आरोप है कि यह धनधन्य धन धार्मिक कार्यक्रमों और कथित रूप से बाध्यकारी धर्मांतरण अभियानों में इस्तेमाल किया गया।
ATS ने छांगुर बाबा और सहयोगिनी नीतू उर्फ़ नसीरीन को गिरफ्तार किया और बलरामपुर में उनके भव्य आश्रम की मलबे में तबाही करके इसे ध्वस्त कर दिया गया । आरोप है कि आश्रम में गुप्त काउंसलिंग रूम थे और इस्लाम धर्म में परिवर्तित करने का ‘प्रोजेक्ट’ ऑपरेट किया जाता था।
छांगुर बाबा के खिलाफ यह मामला यूपी सरकार के ‘धार्मिक स्वैच्छिक परिवर्तन’ कानून के अंतर्गत दर्ज हुआ है। UP DGP राजीव कृष्णा ने आश्वासन दिया कि जांच गहराई से की जाएगी और देश की संप्रदायिक एकता के ख़िलाफ़ सभी आरोपी सज़ा पाएंगे।