छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में स्थित गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर को एनएसएस शिविर के दौरान छात्रों को नमाज पढ़वाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह घटना 31 मार्च 2025 को शिवताराई गांव में हुई, जब एक सप्ताह (26 मार्च से 1 अप्रैल) तक चलने वाले एनएसएस शिविर में 159 छात्रों को नमाज अदा करने के लिए मजबूर किया गया, जिनमें से केवल चार मुस्लिम थे।
प्रोफेसर दिलीप झा, जो एनएसएस के समन्वयक थे, के अलावा छह अन्य सहायक प्रोफेसर और एक छात्र नेता आयुष्मान चौधरी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने और धार्मिक समूहों के बीच दुश्मनी बढ़ाने का आरोप है ।
छात्रों की शिकायतों और विरोध के बाद, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय समिति का गठन किया था। समिति की रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई और प्रोफेसर झा को गिरफ्तार किया गया ।
यह घटना शिक्षा संस्थानों में धार्मिक स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों के उल्लंघन के मुद्दे को उजागर करती है। मामले की आगे की जांच जारी है और संबंधित अधिकारियों से कार्रवाई की उम्मीद है।