मध्यप्रदेश की राजनीति में 31 मई 2025 को बड़ा टकराव देखने को मिलेगा, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में महिला सशक्तिकरण रैली को संबोधित करेंगे, वहीं कांग्रेस उसी दिन जबलपुर में ‘जय हिंद सभा’ का आयोजन करेगी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे पार्टी की नई वैचारिक लड़ाई की शुरुआत बताया है, जिसका उद्देश्य लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की रक्षा करना है।
पटवारी ने कटनी में आयोजित एक बैठक में कार्यकर्ताओं से कहा कि पार्टी को राजनीतिक दबावों का डटकर सामना करना होगा। उन्होंने भाजपा पर तानाशाही प्रवृत्तियों को बढ़ावा देने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया।
भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने कांग्रेस की सभा को ‘असफल प्रयास’ बताते हुए कहा कि पार्टी आंतरिक गुटबाज़ी से जूझ रही है और जनता का समर्थन खो चुकी है।
इस दिन दोनों प्रमुख दलों के कार्यक्रमों से राज्य की राजनीति में नई दिशा तय होने की संभावना है, जो आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।