केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 86वीं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) स्थापना दिवस पर मध्य प्रदेश के नीमच में आयोजित समारोह में ऐलान किया कि सीआरपीएफ मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद समाप्त करने के मिशन की ‘रीढ़’ है। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद अब केवल चार जिलों तक सीमित रह गया है, और सीआरपीएफ की विशेष कोबरा बटालियन सहित अन्य सुरक्षा बलों की कार्रवाई से इस पर 70% तक नियंत्रण पाया गया है।
अमित शाह ने सीआरपीएफ के 400 से अधिक अग्रिम ऑपरेशनल बेस (FOBs) की सराहना की, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थापित किए गए हैं। इनकी मदद से सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों की वीरता और समर्पण के कारण ही नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है।
गृहमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा, विकास और संवाद की त्रिस्तरीय नीति अपनाई है। उन्होंने नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील की और कहा कि जो हथियार डालेंगे, उन्हें समाज में पुनः स्थापित किया जाएगा।