अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 5 मई 2025 को घोषणा की कि अमेरिका में विदेशी निर्मित फिल्मों पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा। इस कदम का उद्देश्य अमेरिकी फिल्म उद्योग को पुनर्जीवित करना है, जिसे ट्रंप ने “तेजी से मरता हुआ” बताया। उन्होंने विदेशी सरकारों द्वारा फिल्म निर्माताओं को दिए जा रहे प्रोत्साहनों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा और “प्रचार” का माध्यम करार दिया।
ट्रंप ने वाणिज्य विभाग और अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि को इन टैरिफों को तुरंत लागू करने का निर्देश दिया है, हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये टैरिफ स्ट्रीमिंग सेवाओं पर भी लागू होंगे या केवल थिएटर में रिलीज़ होने वाली फिल्मों पर।
इस नीति के तहत, ट्रंप ने हॉलीवुड के दिग्गजों जॉन वॉइट, मेल गिब्सन और सिल्वेस्टर स्टैलोन को अमेरिकी फिल्म निर्माण को पुनर्जीवित करने के लिए विशेष दूत नियुक्त किया है। हालांकि, आलोचकों का कहना है कि यह कदम वैश्विक फिल्म उद्योग के साथ अमेरिका के संबंधों को नुकसान पहुंचा सकता है, विशेष रूप से उन देशों के साथ जो अमेरिकी फिल्मों के बड़े बाजार हैं।
फिल्म उद्योग से जुड़े नेताओं और मोशन पिक्चर एसोसिएशन ने अभी तक इस नीति पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।