महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व (TATR) के बफर जोन में बाघों के हमलों में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले आठ दिनों में आठ लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे क्षेत्र में भय और चिंता का माहौल है।
18 मई 2025 को दो अलग-अलग घटनाओं में दो व्यक्तियों की बाघों ने जान ले ली। रिशी पेंडोर (70) का शव मुल तहसील के मुल रेंज में मिला, जबकि मरोटी शेंदे (63) वढोना गांव में तेंदू पत्ते इकट्ठा करते समय बाघ के हमले का शिकार हुए। दोनों मृतकों के परिवारों को ₹50,000 की सहायता दी गई है।
इससे पहले, 10 मई को सिंदेवाही रेंज में एक ही हमले में तीन महिलाओं की मौत हो गई थी। वन विभाग ने बाघ T-81 को पकड़ लिया है, जो इन हमलों का जिम्मेदार था। अब वन विभाग उसकी तीन शावकों की तलाश कर रहा है।
स्थानीय विधायक विजय वडेट्टीवार ने सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, जिसमें बफर जोन में बाड़बंदी और गश्त बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है। इन घटनाओं से यह स्पष्ट है कि मानव-वन्यजीव संघर्ष बढ़ रहा है, और इसे नियंत्रित करने के लिए प्रभावी उपायों की आवश्यकता है।