जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में स्वतंत्रता दिवस से ठीक पहले नियंत्रण रेखा (LoC) पर अधिकारियों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस गोलाबारी में एक भारतीय सेना का जवान शहीद हो गया। यह घटना चारणा गांव के पास हुई थी, जहाँ इलाके में अचानक “संक्षिप्त लेकिन तीव्र” आग का आदान-प्रदान हुआ। इस दौरान सुरक्षा बलों ने काउंटर-इंफिल्ट्रेशन और संदिग्ध बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) ऑपरेशन शुरू किया, और आतंकवादियों की तलाश में व्यापक तलाशी अभियान जारी है।
सेना के वेली-बेस्ड “चिनार कॉर्प्स” ने सोशल मीडिया पर शहीद जवान Sepoy Banoth Anil Kumar की शहादत पर अपने गहरे दुःख और सम्मान व्यक्त किए। जवान का परिवार पहले ही उसकी बहादुरी और बलिदान की खबर सुना चुका है — वह परिचालन कर्तव्य निभाते समय वीरगति को प्राप्त हुआ।
यह घटना कश्मीर घाटी में बढ़ते तनाव का संकेत है — पिछली कुछ दिनों में कश्मीर के दक्षिणी और उत्तरी हिस्सों में चल रही आतंकवाद-रोधी कार्रवाई में सुरक्षा बलों पर हमले और मौतों की घटनाओं का सिलसिला बढ़ा है।