भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व प्रमुख और भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के अग्रणी शख्सियत, प्रोफेसर के कस्तूरीरंगन का 84 वर्ष की आयु में बेंगलुरु में निधन हो गया। उन्होंने भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में अनगिनत योगदान दिए और कई अहम मिशनों की अगुवाई की। उनके नेतृत्व में, इसरो ने महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल की, जिनमें चंद्रयान-1 और मंगलयान मिशन शामिल हैं।
कस्तूरीरंगन को भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनके योगदान के लिए देशभर में सम्मानित किया गया था। वे एक प्रसिद्ध वैज्ञानिक, शैक्षिक विचारक और नीति निर्माता थे, जिन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, और उनकी उपलब्धियाँ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के इतिहास में अमर रहेंगी।
उनके निधन से देश ने एक महान वैज्ञानिक और नेता को खो दिया है, जिनका योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक रहेगा।