पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की भूमि पूलिंग नीति के खिलाफ किसान संगठनों ने 116 गांवों में ट्रैक्टर मार्च (tractor rally) की तैयारी पूरी कर ली है। यह विरोध प्रदर्शन Sanyukt Kisan Morcha (SKM) की अगुवाई में किया जा रहा है, जिसमें किसान अपनी उपजाऊ ज़मीनों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए राजनीतिक चेतावनी दे रहे हैं ।
लुधियाना जिले में 24,311 एकड़ ज़मीन आवासीय और औद्योगिक विकास के लिए चिन्हित की गई है, जिससे स्थानीय किसान बेहद चिंतित हैं। SKM नेता बलबीर सिंह राजेवाल के मुताबिक, यह मार्च किसानों की गुस्सा भरपूर प्रतिक्रिया का प्रतीक है—आज तक यह पंजाब में एक सबसे बड़े ग्रामीण संगठित प्रदर्शन के रूप में दर्ज हो सकता है । इसके अलावा ਅਕाली ਦਲ ਅਤੇ कांग्रेस भी किसानों के समर्थन में सक्रिय हैं, जो इसे महागठबंधन विरोध का संकल्प मानते हैं ।
सरकार ने संशोधित नीति के तहत छोटे जमीन धारकों को भी भूमि पूलिंग का अधिकार देते हुए उन्हें 1,000 वर्ग गज रेज़िडेंशियल प्लॉट और 200 वर्ग गज कمرिशियल प्लॉट का विकल्प दिया है। हालांकि, यह बदलाव किसानों की नाराज़गी को शांत नहीं कर पाया है।
यह विरोध आंदोलन बस एक ट्रैक्टर मार्च भर नहीं है—बल्कि यह किसानों की जमीन और पहचान की रक्षा के लिए बढ़ते जनाधार वाला संघर्ष बन चुका है। फिलहाल प्रशासन इस स्थिति से निपटने की कोशिश कर रहा है, लेकिन किसानों ने साफ किया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज़ होगा।