उत्तराखंड की चारधाम यात्रा 30 अप्रैल 2025 से शुरू होने जा रही है, और इस बार यात्रा में 0 से 15 वर्ष के बच्चों की भागीदारी भी अभूतपूर्व रही है। अब तक इस आयु वर्ग में एक लाख से अधिक बच्चों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है, जो यात्रा के प्रति बढ़ती आस्था और उत्साह को दर्शाता है।
चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया 20 मार्च 2025 से शुरू हुई थी, और अब तक कुल 17 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया है। केदारनाथ के लिए 6,58,149, बद्रीनाथ के लिए 5,83,747, गंगोत्री के लिए 3,44,278 और यमुनोत्री के लिए 3,10,755 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण किया है ।
यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने ऑनलाइन पंजीकरण की सीमा को बढ़ाकर 75 प्रतिशत कर दिया है, जबकि ऑफलाइन पंजीकरण 25 प्रतिशत रहेगा। ऑफलाइन पंजीकरण 25 अप्रैल 2025 से शुरू होगा ।
चारधाम यात्रा न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन उद्योग के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस यात्रा में सभी आयु वर्ग के लोग अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ शामिल हो रहे हैं, जो समाज में एकता और भाईचारे का संदेश देता है।