हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADGP) वाई पूरन कुमार, ने चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास में 7 अक्टूबर 2025 को आत्महत्या कर ली। उनके पास से आठ पृष्ठों का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने आठ IPS और दो IAS अधिकारियों पर मानसिक उत्पीड़न, भेदभाव और पदस्थापना में गड़बड़ी का आरोप लगाया है। नोट में पूर्व डीजीपी हरियाणा पर जातिवाद, सरकारी आवास की अनदेखी, एसीआर में गड़बड़ी और प्रशासनिक शिकायतों को नजरअंदाज करने का भी उल्लेख है।
पूरन कुमार ने अपनी पूरी संपत्ति अपनी पत्नी, जो कि एक वरिष्ठ IAS अधिकारी हैं, के नाम कर दी। सुसाइड नोट में उन्होंने अपने मानसिक तनाव और लगातार उत्पीड़न का हवाला देते हुए अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की कोशिशों का भी जिक्र किया है। इस घटना ने हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है।
मामले की जांच अब हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक विभाग द्वारा की जा रही है। अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच उत्पीड़न, भेदभाव और पदस्थापना में अनुचित व्यवहार के आरोपों ने प्रशासन में गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह घटना न केवल हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच तनाव को उजागर करती है, बल्कि प्रशासनिक प्रणाली में पारदर्शिता और जिम्मेदारी की आवश्यकता पर भी प्रकाश डालती है।