कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 4 जून को चिन्नस्वामी स्टेडियम के बाहर हुए बेंगलुरु स्टैम्पीड (भीड़ के दबाव में दम घुटने की घटना) में 11 लोगों की मृत्यु हुई, लेकिन उन्हें घटना की जानकारी केवल शाम 5:45 बजे मिली, जबकि मृतकों को अस्पताल में 3:50 बजे ही भर्ती कराया गया था।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह आयोजन राज्य सरकार का नहीं था। उन्होंने भरोसा जताया कि उन्होंने सिर्फ उस कार्यक्रम में बुलाए जाने के कारण हिस्सा लिया, जो कि केएससीए (Karnataka State Cricket Association) द्वारा आयोजित था, न कि चिन्नस्वामी स्टेडियम में जिसमें वे शामिल थे।
सीएम ने कहा कि पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद सहित पांच अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है और राज्य के इंटेलिजेंस चीफ व उनके राजनीतिक सचिव को भी पदोन्नति देकर स्थानांतरण कर दिया गया । उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि सरकार की “कोई गलती नहीं” थी, बल्कि यह पूरी तरह से पुलिस और आयोजकों की चूक थी ।
इसके बावजूद बीजेपी व कुछ विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री पर जिम्मेदारी से बचाव का आरोप लगाया है और इस्तीफे की मांग की।