भारत ने बर्मिंघम के एजबैस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को 336 रनों से हराकर इतिहास रच दिया। यह भारत की पहली टेस्ट जीत है एजबैस्टन मैदान पर जहाँ उसने पिछले आठ मैचों में सात में हार और एक में ड्रॉ दर्ज किया था ।
दिन की शुरुआत में भारत को बारिश और अंधेरे की चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन तेज़ गेंदबाजों की तेज़ी और स्पिनरों की सटीक गेंदबाज़ी ने इंग्लैंड की कमर तोड़ दी ।
आकाशदीप ने दूसरा पारी में पांच विकेट लेकर फिफर ली, जिसमें उन्होंने इंग्लैंड के टॉप क्रम के चार बल्लेबाज़ों को आउट किया – यह कारनामा 49 वर्षों में किसी भारतीय ने सबसे पहले किया ।
रविंद्र जडेजा ने भी बेहतरीन स्पाइनिंग का प्रदर्शन करते हुए महत्वपूर्ण विकेट लिए। शुभमन गिल की कप्तानी रणनीति और गेंदबाज़ों को सही उपयोग ने मैच पर भारत की पकड़ मजबूत की ।
दिन के अन्त में, जब भारत को मात्र एक विकेट की दरकार थी, अकास दीप की धारदार शुरुआत ने पूरी टीम को जीत दिलाई ।
इस जीत के साथ भारत ने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली और एजबैस्टन की 58 साल पुरानी जड़ी को तोड़ दिया, जो निश्चित ही भारतीय क्रिकेट में एक यादगार उपलब्धि है।
इस स्मरणीय दिन ने साबित कर दिया कि भारतीय टीम ने न केवल तकनीक बल्कि जज़्बा भी इंग्लिश हालात में पूरी तरह से अपनाया।