नेपाल की राजधानी काठमांडू में सोशल मीडिया बंदी के खिलाफ युवाओं द्वारा बुलंद किए गए “Gen Z” आंदोलन के कारण देश में हिंसक अशांति फैली हुई है। इस दौरान 19 से अधिक लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की खबरें घर-घर पहुँच रही हैं।
इन घटनाक्रमों के मद्देनजर भारत की विदेश मंत्रालय ने न केवल सीमा पर विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश जारी किया है, बल्कि भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (SSB) को बढ़ते निगरानी में रखा गया है। यह निर्णय नए सुरक्षा आयामों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है ताकि भारत में किसी भी अप्रिय घटना की संभावनाओं को कम किया जा सके।
एडवाइजरी में अधिकांशतः उन भारतवासियों से आग्रह किया गया है जो नेपाल में हैं या यात्रा की योजना बना रहे हैं, वे अनावश्यक यात्रा से बचें, भीड़-भाड़ वाले प्रदर्शन क्षेत्रों से दूर रहें, स्थानीय अधिकारियों और सुरक्षा बलों द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें, तथा किसी भी चेतावनी—जैसे कि कर्फ्यू या वाहनों की रोक जैसी—पर तुरंत प्रतिक्रिया दें।
इस स्थिति ने नेपाल के आंतरिक संघर्ष को क्षेत्रीय स्तर पर संवेदनशील बना दिया है; इसलिए भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च महत्व देते हुए, विदेश मंत्रालय की यह एडवाइजरी समयोचित और समझदारी से भरी कार्रवाई साबित हो रही है।