भारत सरकार ने 17 मई 2025 को बांग्लादेश से कुछ वस्तुओं के आयात पर सीमा शुल्क प्रतिबंध लगाए हैं। व्यापार महानिदेशालय (DGFT) के अनुसार, तैयार वस्त्रों, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, प्लास्टिक और पीवीसी उत्पादों, और लकड़ी के फर्नीचर जैसे सामानों का आयात अब केवल कोलकाता और न्हावा शेवा बंदरगाहों के माध्यम से किया जा सकेगा।
इन वस्तुओं को असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिजोरम और पश्चिम बंगाल के कुछ सीमा शुल्क चौकियों के माध्यम से आयात करने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि, मछली, एलपीजी, खाद्य तेल और क्रश्ड स्टोन जैसे कुछ सामानों पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होगा।
यह कदम बांग्लादेश द्वारा भारतीय यार्न निर्यात पर प्रतिबंध लगाने और भारतीय सामानों की सीमा शुल्क चौकियों पर कड़ी जांच के बाद उठाया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम द्विपक्षीय व्यापार संबंधों में तनाव को दर्शाता है और भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों के लिए आर्थिक आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रयास है।
भारत-बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में 12.9 अरब डॉलर था, जिसमें से बांग्लादेश से भारत को तैयार वस्त्रों का आयात लगभग 700 मिलियन डॉलर था। इस नए प्रतिबंध से बांग्लादेश के निर्यातकों को चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, खासकर उन वस्त्रों के लिए जो अब तक भूमि सीमा चौकियों के माध्यम से भारत आते थे।