भारत ने म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद राहत प्रयासों को बढ़ाते हुए, म्यांमार सरकार के मंत्रालयों के लिए 20 अस्थायी कार्यालय भेजे हैं। यह कदम ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ के तहत उठाया गया है, जिसका उद्देश्य भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करना है।
म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप ने व्यापक तबाही मचाई है, जिसमें 3,000 से अधिक लोगों की जान चली गई और हजारों लोग घायल हुए हैं। भारत ने अब तक 31 टन मानवीय सहायता सामग्री भेजी है, जिसमें भारतीय सेना के फील्ड अस्पताल के लिए आपूर्ति शामिल हैं। इसके अलावा, 80 सदस्यीय राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम को राहत कार्यों में सहायता के लिए भेजा गया है।
भारत सरकार ने म्यांमार की सरकार के साथ मिलकर राहत प्रयासों को तेज किया है, जिसमें चिकित्सा सहायता, खाद्य आपूर्ति और पुनर्वास कार्य शामिल हैं। भारत की यह सहायता म्यांमार के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रही है, क्योंकि स्थानीय प्रशासन भूकंप के बाद के संकट से निपटने में संघर्ष कर रहा है।
ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत, भारत की सेना ने म्यांमार में एक 60-बेड वाला चिकित्सा उपचार केंद्र स्थापित किया है, जो घायल लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहा है। इसके अलावा, भारतीय नौसेना के दो जहाज भी राहत सामग्री लेकर म्यांमार भेजे गए हैं।