भारतीय शेयर बाजार में शुक्रवार, 2 मई 2025 को कारोबार की शुरुआत से पहले कई महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं, जो निवेशकों की रणनीतियों को प्रभावित कर सकते हैं।
गिफ्ट निफ्टी: गिफ्ट निफ्टी लगभग 24,425 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जो निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद से लगभग 7 अंकों का प्रीमियम दर्शाता है, जिससे भारतीय शेयर बाजार सूचकांकों के लिए सपाट शुरुआत का संकेत मिलता है।
अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता: अमेरिका और चीन के बीच व्यापार वार्ताओं में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है, जिससे वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता बनी हुई है।
सोने की कीमतें: सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है, जिससे निवेशकों की सुरक्षित निवेश की धारणा प्रभावित हुई है।
अमेरिकी बाजारों का प्रदर्शन: अमेरिकी शेयर बाजारों में मिलाजुला रुख देखा गया, जिससे वैश्विक निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा है।
एशियाई बाजारों की स्थिति: एशियाई बाजारों में मिश्रित रुझान देखा गया, जिससे भारतीय बाजारों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
कच्चे तेल की कीमतें: कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डाल सकता है।
भारतीय रुपया: भारतीय रुपये में स्थिरता देखी गई है, जिससे विदेशी निवेशकों की धारणा पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
भारतीय बाजार की रणनीति: इन सभी कारकों को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को सतर्क रहकर निवेश करने की सलाह दी जाती है।
इन वैश्विक और घरेलू संकेतकों को देखते हुए, भारतीय शेयर बाजार में आज सतर्कता और रणनीतिक निवेश की आवश्यकता है।