उत्तर प्रदेश सरकार की कांवड़ यात्रा से पहले Food Safety and Drug Administration (FSDA) ने “मोबाइल फूड टेस्टिंग वैन” शुरू की है, जिसका उद्देश्य पवित्र यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य-सुरक्षित खाद्य सामग्री सुनिश्चित करना है।
यह विशेष वैन रस, नमक, मिर्च मसाला, मिठाई, चटनी सहित विभिन्न खाद्य सामग्री के सैंपल लेने एवं तुरंत गुणवत्ता जाँच के लिए लैब से लैस है। टीम खासतौर पर “गुलबट्टा” जैसे पारंपरिक व्यंजनों पर भी नजर रख रही है, ताकि भक्तों को कोई स्वास्थ्यजन्य परेशानी न हो ।
यात्रा 11 जुलाई से शुरू हो रही है, इसलिए FSDA की टीम तैनात की गई है। वैन में तैनात फूड इंस्पेक्टर नियमित रूप से खाद्य नमूने इकट्ठा कर उनका रिएक्शन लैब परिक्षण में करती है ।
इस पहल के तहत यूपी सरकार ने यात्रा मार्ग पर सभी खाद्य स्टॉल्स को QR‑कोड आधारित लाइसेंस लगाना अनिवार्य किया है, ताकि सुरक्षा और शिकायत प्रक्रिया आसान हो सके । QR‑कोड स्कैन कर भक्त यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि कौन-सा स्टॉल किससे भरा है और उचित लाइसेंस मिला है।
FSDA की इस पहल से न केवल भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित होगी, बल्कि भक्तों को विश्वास मिलेगा कि यात्रा के दौरान उनका स्वास्थ्य सुरक्षित है। इसके साथ ही फूड सेफ्टी का भी सशक्त संदेश मिलेगा, जो बड़ी संख्या में आने वाले भक्तों के स्वास्थ्य की रक्षा करेगा।