जयपुर में 3 जून को दो बाइक सवार डकैतों ने कारोबारी बृजमोहन गांधी से ₹75 लाख की कीमती हीरे‑पन्ने और सोने की ज्वेलरी लूट ली। मामला तब चौंका देने वाला बन गया जब लूटेरों ने यह माल बेचने प्रयास किया और सामने वाला खुद एक चालाक ठग निकला। उसने रत्नों को नकली बताते हुए पूरे भलंसे माल को मात्र ₹1 लाख में खरीद लिया। डकैतों ने भी खुश होकर उस ₹1 लाख को बंटवा लिया। लेकिन बाद में जब असली कीमत का पता चला तो उनके होश उड़ गए।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू करते हुए तीन डकैतों और ठग अजय कुमार नट को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूला कि अजय ने रत्नों की शुद्धता कम बताकर उन्हें ठगा और नकली सोने का झांसा देकर सस्ता सौदा कर दिया। अजय के भाई संदीप को भी पकड़ लिया गया है, जबकि गिरोह के प्रमुख संतोष चौहान और विशाल व अनिकेत अभी फरार हैं।
यह घटना लूट के साथ-साथ ठगी की दोहरी साजिश का हिस्सा बन गई। पुलिस अब पूरे नेटवर्क की पड़ताल में जुटी है, जबकि आरोपियों के खिलाफ लूट और धोखाधड़ी से संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।