जम्मू और कश्मीर पुलिस ने एक मामूली लेकिन निर्णायक सुराग—आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त एंड्रॉयड फोन चार्जर—की मदद से मोहम्मद यूसुफ कटारी नामक ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) को गिरफ्तार किया है, जिसे पहलगाम हमले में आतंकवादियों को लॉजिस्टिक सहायता देने का आरोप है।
पुलिस के अनुसार, जुलाई में हुई ऑपरेशन महादेव के दौरान हमले स्थल से जब्त इस क्षतिग्रस्त चार्जर को फोरेंसिक जांच में ट्रेस किया गया। इस उपकरण के मूल मालिक और उसके विक्रेता की जानकारी जुटाने पर कटारी का नाम सामने आया।
कटारी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने आतंकवादियों से चार बार मुलाकात की थी एवं कठिन पहाड़ी रास्तों में उन्हें मार्गदर्शन एवं सहायता दी थी। साथ ही, वह उन्हें चार्जर और अन्य उपकरण मुहैया कराता था।
पहलागाम हमला 22 अप्रैल 2025 को हुआ था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इस गिरफ्तारी को सुरक्षा एजेंसियों का एक बड़ा ब्रेकथ्रू माना जा रहा है, क्योंकि यह स्थानीय समर्थन नेटवर्क को उजागर करने में सहायक साबित हो सकती है।
इस प्रकरण की आगे की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपे जाने की संभावना है और एजेंसियाँ OGW नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान हेतु गहरी जांच कर रही हैं।