जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने रविवार को इस्तीफा देने की घोषणा की। यह कदम उनके खुद के राजनीतिक दल—लोिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP)—के भीतर से बढ़ते दबाव और जुलाई में हुए चुनावी करारी हार के बाद आया है। इशिबा ने कहा कि वह पार्टी में संभावित विभाजन और आंतरिक टकराव से बचने के लिए इस कदम पर अड़े हैं।
उनकी लगभग 11-महीने की प्रधानमंत्री पदावधि, LDP के लिए भारी असफलताओं से भरी रही—पहले जुलाई में उच्च सदन (Upper House) की सदस्यता खोना, और पहले ही निचले सदन (Lower House) में बहुमत का नुकसान। इशिबा ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका के साथ महत्वपूर्ण व्यापार समझौते के पूर्ण होने के बाद अब जाना “सही समय” है।
अब आगे की राह में, LDP एक आपातकालीन नेतृत्व चुनाव आयोजित कर सकता है, जिसके विजेता को संसद में विश्वास मत के बाद प्रधानमंत्री पद की दावेदारी करनी होगी। संभावित उत्तरदाताओं में कृषि मंत्री शिनजीरो कोइज़ुमी, केबीसी सचिव युशिमासा हयाशी, और कंज़र्वेटिव नेता सनाए ताकाइची शामिल हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह बदलाव जापान की आंतरिक स्थिरता और अंतर्राष्ट्रीय नीतियों में नए अध्याय की शुरुआत हो सकता है।