भारत द्वारा किए गए एक सटीक और योजनाबद्ध हमले में पाकिस्तान के सबसे बड़े और व्यस्ततम कराची पोर्ट को गंभीर नुकसान पहुंचा है। इस हमले की जानकारी खुद पाकिस्तान के आधिकारिक पोर्ट प्राधिकरण ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से साझा की, जिससे यह पुष्टि हुई कि नुकसान बहुत व्यापक और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
पोर्ट पर कंटेनर यार्ड, ईंधन टैंक और जहाजों की लोडिंग सुविधा को नुकसान पहुंचा है, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगा है। यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है और सीमाओं पर सैन्य हलचलें तेज़ हैं।
भारतीय रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई पाकिस्तान की सीमा पार से जारी आतंकी गतिविधियों के जवाब में की गई है। इस ऑपरेशन को बेहद गुप्त तरीके से अंजाम दिया गया और इसमें अत्याधुनिक मिसाइल प्रणाली का उपयोग किया गया।
कराची पोर्ट को नुकसान पहुंचने से पाकिस्तान के समुद्री व्यापार पर गहरा असर पड़ सकता है। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह भारत की ओर से स्पष्ट संदेश है कि अब वह देश की सुरक्षा के मामले में ‘पहले वार’ की नीति पर विचार कर सकता है।