केरल में एक हिंदू साधु सान्तनंद महार्षि के खिलाफ वावर (Vavar) — जो परंपरानुसार भगवान अयप्पा के मुस्लिम साथी माने जाते हैं — को “आतंकवादी” कहने के आरोप में एक मामला दर्ज किया गया है।
यह विवाद तब उठा जब महार्षि ने पांडालम में “सबरिमला संरक्षण सम्मेलन” के दौरान कहा कि वावर अय्यपा से संबंध नहीं रखते, बल्कि उन्होंने अय्यपा से युद्ध किया और उन्हें हराने के लिए आतंकवादियों की तरह काम किया। शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया कि ऐसे बयानों ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई और समुदायों के बीच तनाव बढ़ाया।
पांडालम पुलिस ने बयान दर्ज करते हुए कहा कि मामला धर्म, जाति के आधार पर वैमनस्य फैलाने और भावनाओं को आहत करने जैसे प्रावधानों में दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता में व lawyer Anoop V R सहित अन्य नागरिक भी शामिल हैं।
यह मामला सियासी और सामाजिक बहस का केंद्र बन गया है, क्योंकि वावर-आय्यपा की कथा दक्षिण भारत के जनश्रुओं में धार्मिक सहअस्तित्व और सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक मानी जाती है। धार्मिक विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार के बयान सामाजिक सामंजस्य को कमजोर कर सकते हैं।