कर्नाटक भाजपा ने धर्मस्थल मामले की जांच राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) को सौंपने की मांग करते हुए 1 सितंबर से ‘धर्मस्थल चलो’ आंदोलन की घोषणा की है। पार्टी अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा विशेष जांच दल (SIT) गठित किए जाने पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि इसके पीछे राजनीतिक उद्देश्य हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस मामले में विदेशी फंडिंग और साजिश की संभावना है, जिसे NIA द्वारा ही स्पष्ट किया जा सकता है। पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और सांसद तेजस्वी सूर्या ने भी SIT की निष्पक्षता पर संदेह जताया और मामले की जांच NIA से कराने की मांग की है।
विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने जानबूझकर मामले की गंभीरता को कम किया है, जिससे भक्तों में असंतोष फैल रहा है। भाजपा का कहना है कि SIT की जांच में पारदर्शिता की कमी है, जबकि NIA से मामले की निष्पक्ष और व्यापक जांच की उम्मीद है।
विपक्षी दलों ने भाजपा के आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है। कांग्रेस नेता चेलुवरयस्वामी ने कहा कि भाजपा जब सत्ता में थी, तब उसने मामले की जांच क्यों नहीं कराई। उन्होंने भाजपा के दोगले रवैये की आलोचना की है।