जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 24 सितंबर 2025 को कुलगाम जिले के मोहम्मद यूसुफ कटारिया को गिरफ्तार किया। उसे 22 अप्रैल को पहलगाम के बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले में शामिल लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के आतंकवादियों को मदद देने के आरोप में पकड़ा गया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे।
कटारिया, जो पेशे से शिक्षक और स्थानीय समाजसेवी हैं, को एक ओवरग्राउंड वर्कर (OGW) के रूप में पहचाना गया है। पुलिस के अनुसार, उन्होंने हमलावरों को शरण, परिवहन, और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान की थी। उनकी गिरफ्तारी ऑपरेशन महादेव के दौरान बरामद हथियारों और उपकरणों की फोरेंसिक जांच के आधार पर की गई।
इससे पहले, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जून में परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर को गिरफ्तार किया था, जिन्होंने हमलावरों को शरण और अन्य सहायता प्रदान की थी। कटारिया की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि आतंकवादी संगठन स्थानीय सहयोगियों के माध्यम से अपनी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।