महाराष्ट्र सीनियर रेज़िडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (MSRDA) ने गोवा में अस्पताल अधिकारी की सार्वजनिक निंदा पर प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर स्वास्थ्य अधिकारियों के सम्मान की सुरक्षा की मांग की है। एसोसिएशन ने गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे द्वारा गोवा मेडिकल कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. रुद्रेश कुट्टिकार को बिना जांच-परख के आपात विभाग में ही सार्वजनिक रूप से निलंबित करने की निंदा की। उन्होंने इसे “मेडिकल प्रोफेशन की गरिमा और सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था में आस्था पर हमला” बताया।
MSRDA ने मंत्री की सार्वजनिक माफी और डॉक्टरों की गरिमा की रक्षा के लिए केंद्र सरकार से तीन प्रमुख कदमों की मांग रखी है:
- बिना प्रक्रिया के सगुण निलंबन रोकने वाले कड़े दिशा‑निर्देश,
- अधिकारियों के खिलाफ शिकायत निवारण व्यवस्था,
- किसी भी तरह की राजनीतिक या प्रशासनिक धमकी के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस नीति ।
गोवा में डॉक्टरों ने कड़े विरोध स्वरूप २४ घंटे के भीतर माफी की माँग की है, अन्यथा वे हड़ताल की चेतावनी दे रहे हैं । इस विवाद में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने डॉक्टर की निलंबन को निरस्त कर, उनका पक्ष लिया है।