कांग्रेस नेता मनिष तिवारी ने हाल ही में दक्षिण और पूर्वी एशिया में बढ़ते युवा नेतृत्व वाले प्रदर्शनों को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि जनरेशन Z अब विशेषाधिकार-आधारित नेतृत्व को स्वीकार नहीं करती, जो राजनीतिक वंशवाद और अनधिकृत सत्ता के खिलाफ बढ़ते असंतोष को दर्शाता है। उनका यह बयान श्रीलंका, बांग्लादेश, नेपाल और फिलीपींस में नेताओं के खिलाफ हुए प्रदर्शनों और अस्थिरताओं के संदर्भ में था।
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तिवारी के इस बयान को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष हमला मानते हुए उन्हें ‘अल्टीमेट नेपो किड’ करार दिया। BJP के IT सेल प्रमुख अमित मालवीय ने तिवारी के बयान को कांग्रेस के भीतर की असंतोष की ओर इशारा करते हुए राहुल गांधी की आलोचना की।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, तिवारी ने कहा कि उनका बयान कांग्रेस और BJP के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह दक्षिण और पूर्वी एशिया में हो रहे व्यापक सामाजिक-राजनीतिक परिवर्तनों पर आधारित है। उन्होंने इस मुद्दे को राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बताया।
इस घटना ने भारतीय राजनीति में वंशवाद और युवा पीढ़ी के असंतोष के मुद्दे को फिर से उभारा है, और यह दर्शाता है कि जनरेशन Z अब पारंपरिक राजनीतिक संरचनाओं को चुनौती दे रही है।