मारुति सुज़ुकी इंडिया लिमिटेड ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए कश्मीर घाटी तक रेल मार्ग से कारों की आपूर्ति की है, जिससे यह क्षेत्र में ऐसा करने वाली पहली भारतीय ऑटोमोबाइल निर्माता कंपनी बन गई है।
पहली खेप में 116 वाहन, जिनमें Brezza, Dzire, WagonR और S-Presso जैसे मॉडल शामिल हैं, हरियाणा के मानेसर स्थित कंपनी के इन-प्लांट रेलवे साइडिंग से रवाना होकर जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग रेलवे टर्मिनल पहुंचे।
इस यात्रा के दौरान, ट्रेन ने चेनाब नदी पर बने विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च ब्रिज को पार किया, जो उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है।
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस पहल को “गेम चेंजर” बताते हुए कहा कि यह जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए एक नई दिशा है।
मारुति सुज़ुकी के प्रबंध निदेशक और सीईओ, Hisashi Takeuchi ने कहा, “रेलवे डिस्पैच हमारी लॉजिस्टिक्स रणनीति का केंद्रीय हिस्सा हैं। चेनाब ब्रिज एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है जो अब हमें कश्मीर घाटी में ग्राहकों को अधिक कुशलता से सेवा देने की अनुमति देता है।”
इस पहल से न केवल वाहन आपूर्ति में सुधार होगा, बल्कि यह पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि रेल परिवहन सड़क परिवहन की तुलना में अधिक पर्यावरण मित्रवत होता है।