नवी मुंबई से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक जाने-माने बिल्डर ने कथित रूप से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। यह मामला तब और सनसनीखेज़ बन गया जब मृतक ने एक सुसाइड नोट में नार्कोटिक्स विभाग के अधिकारियों पर मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बिल्डर पिछले कुछ समय से नार्कोटिक्स विभाग की जांच के दायरे में था। मृतक ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि उसे झूठे मामलों में फंसाया गया और विभागीय अधिकारियों द्वारा लगातार मानसिक दबाव बनाया गया, जिससे वह टूट गया और आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाना पड़ा।
परिवार ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने बिल्डर को डराया-धमकाया और उससे अवैध रूप से पैसे मांगने की भी कोशिश की। इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।
पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट की जांच की जा रही है और नार्कोटिक्स विभाग के संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की जा सकती है।
इस आत्महत्या ने न केवल प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दिखाया है कि किसी व्यक्ति को मानसिक रूप से प्रताड़ित करना कितना घातक साबित हो सकता है।