भारत सरकार ने 18 जून 2025 को “ऑपरेशन सिंधु” शुरू किया, जिसकी पहली उड़ान 110 भारतीय मेडिकल छात्राओं‑छात्रों को लेकर 19 जून की शुरुआती घंटों में यरिवन से नई दिल्ली आई। ये छात्र इरान के उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी के थे, जिन्हें पहले 17 जून को सड़क मार्ग से आर्मेनिया ले जाया गया और अगले दिन विशेष विमान से भारत लाया गया।
विद्यार्थियों ने बताया कि इरान में मिसाइल और ड्रोन हमलों के बीच जीवन बेहद खतरनाक था। एक छात्रा ने कहा कि सरकार ने उन्हें “उनके दरवाज़े से उठाकर” सुरक्षित निकाला, उनकी हर संभव मदद की गई – जिससे वे बेहद आभारी हैं । उनके माता‑पिता भी एयरपोर्ट पर मौजूद थे और उन्होंने सरकार के प्रयासों के लिए धन्यवाद व्यक्त किया।
विचाराधीन अनुमान के अनुसार इरान में लगभग 4,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से लगभग आधे छात्र हैं। विदेश मंत्रालय ने 24×7 कंट्रोल रूम और इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं, ताकि फंसे लोगों को निकाला जा सके। अधिक उड़ानें जल्द भेजी जाएंगी, जिसमें तुर्कमेनिस्तान मार्ग से भी निकासी की व्यवस्था की जा रही है ।